
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर की अध्यक्षता में शुक्रवार 3 मार्च 2023 को नई दिल्ली में क्वॉड सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई। इस बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयासी और ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने हिस्सा लिया।
मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करने के लिए जताई प्रतिबद्धता
बैठक में सदस्य देशों के मंत्रियों ने मुक्त और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने स्वतंत्रता के सिद्धांतों, कानून के शासन, सम्प्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता बल के उपयोग किए बिना विवादों के शांतिपूर्ण समाधान और नौवहन और उड़ानों के आने-जाने की स्वतंत्रता के प्रति मजबूत समर्थन व्यक्त किया।
यथास्थिति बदलने के किसी भी एकतरफा प्रयास का किया विरोध
क्वाड सदस्य देशों ने यथास्थिति को बदलने के किसी भी एकतरफा प्रयास का विरोध किया जो कि हिंद प्रशांत क्षेत्र की शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए आवश्यक है। विदेश मंत्रियों ने ये भी विश्वास दोहराया कि क्वॉड क्षेत्रीय और वैश्विक भलाई के लिए एक बल के रूप में काम कर रहा है और अपने सकारात्मक और रचनात्मक एजेंडे के माध्यम से हिंद-प्रशांत क्षेत्र की प्राथमिकताओं द्वारा निर्देशित होगा।
केवल इतना ही नहीं क्वॉड के माध्यम से विदेश मंत्रियों स्वास्थ्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों, बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी जैसी समकालीन चुनौतियों पर व्यवहारिक सहयोग के माध्यम से इस सत्र का समर्थन करने पर जोर दिया।
समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद की चुनौती का मुकाबला करने पर चर्चा की
साथ ही साथ स्थायी, पारदर्शी और निष्पक्ष ऋण के माध्यम से ऋण संकट को दूर करने, वित्त पोषण, अंतरिक्ष सहयोग, साइबर सुरक्षा, मानवीय सहायता और आपदा राहत, समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद की चुनौती का मुकाबला करने पर चर्चा की।
यूक्रेन-रूस संघर्ष पर क्या बोले ?
वहीं यूक्रेन-रूस संघर्ष पर, बयान में कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर सहित अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार यूक्रेन में एक व्यापक, न्यायपूर्ण और स्थायी शांति की आवश्यकता है। नेताओं ने इस बात पर भी जोर दिया कि नियमों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता, पारदर्शिता और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान का सम्मान करना चाहिए।
ICBM के प्रक्षेपण की हुई निंदा
इसके अलावा बैठक में 16 फरवरी, 2023 को एक और अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) के प्रक्षेपण की भी निंदा की और कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों (UNSCRS) का उल्लंघन है। यह मिसाइल प्रक्षेपण उत्तर कोरिया द्वारा किया गया था।
विदेश मंत्रियों ने आतंकवादी गतिविधियों में मानव रहित हवाई प्रणाली जैसी उभरती और विकसित प्रौद्योगिकियों के उपयोग पर भी चिंता व्यक्त की। नेताओं ने स्पष्ट रूप से आतंकवाद और हिंसक अतिवाद की उसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में निंदा की। उन्होंने आतंकवादी प्रॉक्सी के उपयोग की निंदा की और आतंकवादी संगठनों को किसी भी तरह की रसद, वित्तीय या सैन्य सहायता से इनकार करने के महत्व पर जोर दिया। बैठक के दौरान विदेश मंत्री ने मुंबई और पठानकोट में हुए आतंकवादी हमलों की निंदा की।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि क्वाड के विदेश मंत्री आतंकवाद विरोधी कार्य समूह पर सहमत हुए है। उन्होंने कहा, आतंकवादियों के मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। नई दिल्ली में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में उन्होंने कहा कि क्वाड सफलतापूर्वक काम कर रहा है क्योंकि इसकी उत्पत्ति आम भलाई में निहित है और यह सहज गुण को दर्शाती है।
संयुक्त राष्ट्र में सुधार का किया समर्थन
विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने यह भी बताया कि क्वाड देशों ने संयुक्त राष्ट्र में सुधार का समर्थन किया है। विदेश मंत्री ने यह भी कहा, दुनिया और क्वाड को जिन तीन बड़े मुद्दों को संबोधित करने की आवश्यकता है, वे अधिक विश्वसनीय और लचीली आपूर्ति श्रृंखला, डिजिटल पारदर्शिता और कनेक्टिविटी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ये क्वाड के एजेंडे का एक बड़ा हिस्सा होंगे।