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                            भारतीय वायुसेना के एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर देश के सामने एक ऐसा बयान दिया, जो न केवल साहस और संकल्प से भरा है बल्कि भावनाओं का जीवंत प्रतीक भी बन गया है। एयर मार्शल भारती ने गर्व के साथ कहा, “हमारी लड़ाई आतंकवादियों के साथ है, न कि पाकिस्तानी सेना के साथ। लेकिन अगर पाकिस्तान की सेना ने आतंकियों का साथ दिया, तो हमने उसका जवाब दिया। नुकसान की जिम्मेदारी उनकी है।”
“विनय न माने जलधि जड़, गए तीनि दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होय ना प्रीत”
उन्होंने रामचरित मानस के सुंदर कांड की पंक्तियों का जिक्र करते हुए कहा, “विनय न माने जलधि जड़, गए तीनि दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होय ना प्रीत।” इन पंक्तियों के जरिए उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि भारत की शांति और संयम को उसकी कमजोरी न समझा जाए। उनके इस कथन ने हर भारतीय के मन में गर्व और आत्मविश्वास जगाया।
तुर्की ड्रोन हों या किसी और के ड्रोन हों, हमने दिखा दिया है कि किसी भी तरह की टेक्नोलॉजी का सामना करने के लिए हम तैयार हैं
“समझदार के लिए इशारा काफी है” कहकर उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत हर स्थिति के लिए तैयार है। तुर्की ड्रोन हों या किसी और के ड्रोन हों, हमने दिखा दिया है कि किसी भी तरह की टेक्नोलॉजी का सामना करने के लिए हम तैयार हैं। दरअसल, सुंदर कांड में इस प्रसंग का सुंदर वर्णन है। जब लंका चढ़ाई के समय श्रीराम ने विनयपूर्वक समुद्र से मार्ग देने की गुहार की। लेकिन समुद्र का उस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता, तब भगवान राम समझ जाते हैं कि अब अपनी शक्ति से उसमें भय उत्पन्न करना आवश्यक है। एयर मार्शल ने इसी प्रसंग से जुड़ी चौपाई सुनाई।
अगली लड़ाई का तरीका अलग होगा, हमें बस दुश्मन से एक कदम आगे रहना है
एयर मार्शल भारती ने ऑपरेशन की तकनीकी बारीकियों पर टिप्पणी करते हुए कहा, “हमें जितना बताना था, बता दिया। यह लड़ाई अपने स्वरूप में अनूठी थी। अगली लड़ाई का तरीका अलग होगा। हमें बस दुश्मन से एक कदम आगे रहना है।”
भारतीय वायुसेना ने अपनी ताकत और तैयारी का स्पष्ट और प्रभावशाली संदेश दिया है, जो सिर्फ अपने देश तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि पूरी दुनिया तक पहुंचा है
उनके इस बयान में रणनीतिक सूझबूझ और आत्मविश्वास की झलक थी। भारतीय वायुसेना ने अपनी ताकत और तैयारी का ऐसा स्पष्ट और प्रभावशाली संदेश दिया है, जो सिर्फ अपने देश (आत्मनिर्भर भारत या देश के भीतर) तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि पूरी दुनिया तक पहुंचा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सभी सैन्य ठिकाने और सिस्टम पूरी तरह ऑपरेशनल हैं और नए मिशनों के लिए तैयार हैं। पाकिस्तान कोशिश कर रहा है कि वह अपनी कहानियां बनाएं। हमें एक जॉब दी गई, हमने उसे पूरा किया।
 
                                                
                                            
                                         
                                                
                                            
                                         
                                                
                                            
                                        